Chandigarh: प्रदेश सरकार ने खेल नर्सरी में प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ियों के लिए नई व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है। अब खिलाड़ियों को खुराक भत्ता तभी मिलेगा जब उनकी उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन के जरिए दर्ज होगी। इसके तहत खेल नर्सरियों में बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली लगाई जाएगी, जिससे खिलाड़ियों की वास्तविक उपस्थिति का सटीक आंकलन किया जा सकेगा।
इस व्यवस्था को पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पंचकूला के खेल स्टेडियम में लागू किया जाएगा। यदि यह योजना सफल रहती है, तो प्रदेश के अन्य खेल स्टेडियमों और खेल नर्सरियों में भी इसे लागू किया जाएगा।
जल्द ही सोनीपत में कुश्ती और पानीपत में बॉक्सिंग की एक्सीलेंसी सेंटर की शुरुआत करने की तैयारी भी सरकार कर रही है। इन केंद्रों में खिलाड़ियों के ठहरने के लिए हॉस्टल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे उन्हें अभ्यास में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
इसके अलावा, प्रदेश में मार्शल आर्ट को बढ़ावा देने के लिए यमुनानगर में बंदा सिंह बहादुर मार्शल आर्ट स्कूल की स्थापना की जाएगी। खेल विभाग खिलाड़ियों के लिए इंश्योरेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराएगा, ताकि वे चोटिल होने की स्थिति में उचित इलाज प्राप्त कर सकें। साथ ही, जिला और ब्लॉक स्तर पर बनाए गए राजीव गांधी खेल स्टेडियमों का पुनर्निर्माण कर उन्हें अधिक सुविधाजनक बनाया जाएगा।
सरकार के इन फैसलों से प्रदेश में खेलों को बढ़ावा मिलेगा और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी।