गुरुग्राम से खाटू श्याम और सालासर धाम के लिए हेलिकॉप्टर टैक्सी सेवा जल्द शुरू होगी
हरियाणा और राजस्थान के नागरिक उड्डयन मंत्रियों ने मिलकर परियोजना पर सहमति बनाई
अगले चरण में गुरुग्राम से चंडीगढ़ और हिसार के लिए भी हेलिकॉप्टर सेवा प्रस्तावित
Gurugram helicopter service: गुरुग्राम के श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। जल्द ही गुरुग्राम से खाटू श्याम और सालासर धाम के लिए हेलिकॉप्टर टैक्सी सेवा शुरू होने जा रही है। रविवार को हरियाणा के नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल और राजस्थान के एविएशन मिनिस्टर गौतम कुमार दक के बीच जयपुर में हुई बैठक में इस परियोजना पर विस्तृत चर्चा हुई। दोनों मंत्रियों ने हेलिकॉप्टर सेवा को लेकर आपसी सहयोग और आवश्यक व्यवस्थाओं पर सहमति जताई, जिससे तीर्थयात्रियों को यात्रा में सहूलियत मिलेगी और धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे पहले जनवरी में विपुल गोयल ने नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस रूट के तकनीकी और वित्तीय पहलुओं पर गहन विचार विमर्श किया था। बैठक में गुरुग्राम से चंडीगढ़ और हिसार के लिए भी हेलिकॉप्टर सेवा की संभावनाओं पर स्टडी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। जयपुर में हुई ताजा बैठक में हेलीपैड, वेटिंग एरिया और सुरक्षा मानकों को विकसित करने की प्राथमिकता तय की गई है। विपुल गोयल ने बताया कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में तीर्थयात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक परिवहन सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम है। जल्द ही इस सेवा के औपचारिक उद्घाटन की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। भविष्य में गुरुग्राम से चंडीगढ़ और हिसार के लिए भी हेलिकॉप्टर सेवाएं शुरू करने की योजना है। फिलहाल गुरुग्राम से खाटू श्याम जी की 240 किमी की दूरी कार से पांच घंटे, बस से छह घंटे और ट्रेन से पांच घंटे में पूरी होती है, जो हेलिकॉप्टर से केवल एक घंटे में तय हो सकेगी। वहीं सालासर धाम की 300 किमी की यात्रा भी कार और बस से छह-सात घंटे में पूरी होती है, जबकि हेलिकॉप्टर से केवल एक घंटा 15 मिनट लगेगा। हर महीने हजारों श्रद्धालु गुरुग्राम से खाटूश्याम और सालासर धाम यात्रा करते हैं, जिन्हें अब इस सेवा से बड़ा लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम के सेक्टर 84 में 16 एकड़ में हेलीपोर्ट निर्माण की घोषणा भी की है, जिसे HSIIDC द्वारा विकसित किया जाएगा।