Noida समाजवादी पार्टी के करीबी माने जाने वाले नोएडा प्राधिकरण निलंबित पूर्व ओएसडी आरएस यादव पर विजिलेंस ने शिकंजा कस दिया है। रविवार को विजिलेंस की टीम ने उनके नोएडा सेक्टर-47 और इटावा के मजालिनी स्थित स्कूल में छापे मारकर करोड़ों रुपये की सपंत्ति का खुलासा किया है। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है। विजिलेंस टीम ने यादव के बैंक खातों और संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है।

नोएडा में करोड़ों का घर, इटावा में नामचीन स्कूल
मेरठ विजिलेंस की जांच के दौरान पूर्व ओएसडी आरएस यादव के नोएडा में 15 करोड़ रुपये अधिक कीमत के तीन मंजिला मकान, इटावा के एक नामचीन स्कूल के अलावा दो करोड़ के फर्नीचर और उपकरण, 1.04 करोड़ की 10 स्कूल बसें और 60 लाख के जेवरात की जानकारी अब तक जुटाई जा चुकी है। उत्तराखंड और अन्य शहरों में भी संपत्तियों की जानकारी मिली है।
आय से अधिक संपत्ति का मामला
रविंद्र यादव पर आय से अधिक संपत्ति का मामला पहले भी दर्ज हुआ था। फरवरी 2023 में निलंबित होने के बाद से वे विजिलेंस के रडार पर थे। 2007 में रविंद्र यादव पर नोएडा प्राधिकरण में विशेष कार्यपालक अधिकारी रहते हुए नियमों के विरुद्ध 9712 वर्ग मीटर का सरकारी भूखंड निजी ग्रुप हाउसिंग सोसायटी को आवंटित करने का आरोप लगा था। उस समय इस मामले की जांच सीबीआई ने की थी।
रविंद्र यादव और सपा नेताओं की करीबी
विजिलेंस जांच में खुलासा हुआ कि सपा सरकार के दौरान रविंद्र यादव का प्रभाव बहुत अधिक था। उनकी गिनती सपा नेताओं के करीबियों में होती थी। योगी सरकार के आने के बाद से उनके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हुईं, जिसके बाद कार्रवाई शुरू हुई।